Mai Najar Se Pi Raha Hu lyrics / मैं नजर से पी रहा हूं ये समा बदल ना जाए लिरिक्स

                  Ghazal mai najar se pi raha hu lyrics 

मैं नज़र से पी रहा हूँ ये समाँ बदल जाए

झुकाओ तुम निगाहें कहीं रात ढल जाए

मेरे अश्क भी हैं इसमें ये शराब उबल जाए

मेरा जाम छूने वाले तेरा हाथ जल जाए

अभी रात कुछ है बाक़ी उठा नक़ाब साक़ी

तेरा रिंद गिरते गिरते कहीं फिर सँभल जाए

मेरी ज़िंदगी के मालिक मेरे दिल पे हाथ रखना

तेरे आने की ख़ुशी में मेरा दम निकल जाए

मुझे फूँकने से पहले मेरादिल निकाल लेना

ये किसी की है अमानत मेरे साथ जल जाए

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