काक स्नानम् , बक ध्यानम् श्वान निद्रा तथैव च अल्पहारी, गृह त्यागी विद्यार्थी पंच लक्ष्णम् शब्दार्थ..............! काक स्नानम् , बक ध्यानम् कौवे की तरह स्नान, जो कम समय में हो सके.... बगुले क…
सजा दो विद्या मंदिर को हमारे श्रीमान आए हैं हुई रौशन हमारी गलियां अतिथि सरकार आए हैं सजा दो विद्या मंदिर को.. सजाया थाल पूजा का तिलक आपको लगाएंगे तिलक आपको लगाएंगे हमारे द्वारा आकर के हमारा स…
राग की जाती / Melodic type of the ancient music राग के आरोह-अवरोह में लगने वाले स्वरों की संख्या से राग की जाति का बोध होता है संख्या की दृष्टि से राग के तीन प्रकार है.... 1. पांच स्वर वाले राग…
तुम छोड़ के ना जाओ गुरुवार कर ज़ोर विनती करते हैं विद्यालय बिन आप के सुना है है आप तो खुशियां दुना है.... जाने की खबर सुनके आंखों से अश्क बहते हैं आंखों से अश्क बहते हैं विनती स्वीकार करो गुरुव…
परिचय- राग भैरवी अपने ही नाम वाले थॉट से उत्पन राग हैं वादी स्वर म तथा संवादी स्वर सा हैं, इसकी जाति सम्पूर्ण-सम्पूर्ण हैं गायन समय प्रातः काल हैं इसे सन्धि प्रकाश राग भी कहते हैं..! आरोह- सा रे॒ ग…
किस तरह से नमन मैं करू आपका स्वागतम् स्वागतम् स्वागतम् आपका.... आप आए बड़ी उम्र है आपकी....... आप आए बड़ी उम्र है आपकी ... बस अभी नाम मैंने लिया आपका किस तरह से नमन मैं करूं आपका स्वागतम् स्वागतम् …
राग और राग की जातियां, राग में जाति क्या होता हैं.. Definitions of Raag - राग की परिभाषा कम से कम पांच स्वर और अधिक से अधिक 7 स्वरों कि वह सुंदर रचना, जिसे सुनकर आनंद की प्राप्ति हो.. और कानों को एक …
जैसे सूर्य की किरण, छूले जग का हर गगन जैसे सूर्य की किरण, छूले जग का हर गगन वैसे ही छू लेंगे सबका मन , आपके चरणों में है नमन ... 2 आपके चरणों में है नमन.... स्वागतम् स्वागतम् स्वागतम् स्वागतम् ....…
" या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्ड मण्डितकरा या श्वेतपद्मासना या ब्रह्मच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निः शेष जांड्यापहा " …
सरस्वती माता का प्रातः ध्यान धरे फ़िर हम अन्तर मन में अपने ज्ञान भरे कला विद्या सुर देने वाली देवी को...2 रोज सुबह उठ करके हम प्रणाम करें.... फूल बिना सुना जो सारा उपवन हैं बिन शिक्षा के अ…
Photo/image- Singer गायक_के_गुण_और_दोष_क्या_होते_हैं ! जो गायक उचित रूप से साधना करके रस भावों और कला को सुमिलत करके गायन करते हैं वह निश्चित ही लोगों का मन मोह लेते हैं और जो बिना रियाज के ऊटपट…
मन की वीणा से गुंजित ध्वनि मंगलम स्वागतम् स्वागतम् स्वागतम् स्वागतम् .... कैसा पावन सुहावन समय आज है आप आए अतिथियों में सरताज है देव की भांति पूजन करें आज हम .. देव की भांति पूजन करे आज हम .... …
झूम झूम हर कली बार बार कह चली आप जो पधारे तो महक उठी गली गली .... प्यार भरी पलकों में हमको पाला पोषा हैं हर कदम पे साथ का दीया हमे भरोसा हैं खुशनुमा हैं ज़िन्दगी राह जैसे मखमली.... आप जो पधारे तो म…
सँगीत पद्धतियाँ Music Method सँगीत पद्धतियाँ सम्पूर्ण भारत में सँगीत की मुख्य दो पद्धतियाँ प्रचलित हैं 1 - उत्तरी अथवा हिंदुस्तानी संगीत पद्धति 2 - दक्षिणी अथवा कर्नाटक …
संगीत सभी ललित कलाओं में सर्वश्रेष्ठ - Music Best of all Fine Arts - सँगीत - Music साधारण भाषा में गायन को ही संगीत कहा जाता है परंतु वास्तव में गायन , वादन, और नृत्य इ…
Raag - Kafi || राग काफी * Definition - राग काफ़ी परिचय * इस राग की उत्पत्ति अपने ही नाम वाले थाट काफ़ी से हुई हैं इस राग में ग_ , नी_ स्वर कोमल प्रयोग किए जातें है तथा शेष स्वर शुद्ध…
राग -बिलावल // Raag Bilaval [ राग - बिलावल ( मध्य लय - तीन ताल ) - छोटा ख्याल ] * Diffnation - राग परिचय * इस राग की उत्पत्ति अपने ही नाम वाले थाट से यानी थाट बिलावल से हुई है । …
सँगीत सरगम, सरगम || Music Sargam ,Sargam NOTE - आज हम सभी संगीत के सरगम के बारे में जानने का प्रयास करेंगे !, संगीत में सरगम एक मुख्य भूमिका निभाता है अगर सरगम नहीं तो संगीत नहीं अगर सरगम है तो सं…
तुम्ही हो माता पिता तुम्हीं हो तुम्ही ही हो बंधु सखा तुम्ही हो .... तुम्हीं हो साथी तुम्ही सहारे ,, कोई ना अपना शिवा तुम्हारे ,, ....2 तुम्हीं हो नईया, तुम्ही खेवईया तुम्ही हो बंधु सखा तुम्ही ह…
Vande Mataram Lyrics in Hindi वन्दे मातरम् । सुजलाम् सुफलाम् मलयजशीतलाम् शस्यश्यामला मातरम…
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