जहाँ में हर कहीं हर सू मेरे प्यारे मेरे महबूब
मुझे तुम याद आते हो !!
जहाँ में हर कहीं हर सू ,
मेरे प्यारे मेरे महबूब
मुझे तुम याद आते हो .........
" भरी बरसात में कोयल ,
किसी सर सब्ज (green) पर
पुकारे जब कहीं कुकू ,
मेरे प्यारे मेरे महबूब
मुझे तुम याद आते हो ......"
" किसी गुल से ,कली से
या हवा के नर्म आंचल से
कहीं महके , कभी खुशबू
मेरे प्यारे मेरे महबूब
मुझे तुम याद आते हो .........."
"उदास अफ्सुर्दा (Depressed) रोती गमजदा आंखों से
जिस लम्हे ढलकता है कोई आसू मेरे प्यारे मेरे महबूब
मुझे तुम याद आते हो ......."
" मेरी मजबूरियां देखो की ,
कोहोदस्त वादी में
सरे शहरा किनारे यू ,
मेरे प्यारे मेरे महबूब
मुझे तुम याद आते हो ......"
#Ghazal,#Nusratfatehalikhan,
#Osmanmir,#Lbmusicentertaiment,,
1 Comments
Good
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