सीताराम सीताराम सीताराम कहिए
सीताराम सीताराम सीताराम कहिए
जाहि विधि राखे राम वाही विधि रहिए.......
!! मुख में हो राम नाम,राम सेवा हाथ में
नहीं तू अकेला प्यारे, राम जी तेरे साथ में
विधि का विधान जान, हानि लाभ सहिए
जाहि विधि राखे राम वाही विधि रहिए.......!!
!! किया अभिमान तो फिर , मान नहीं पायेगा
होगा प्यारे वही जो, श्री राम जी को भाएगा
फल आशा त्याग, शुभ काम करते रहिए n
जाहि विधि राखे राम वाही विधि रहिए........!!
!! ज़िंदगी की डोर सौंप, हाथ दीनानाथ के
महलों में राखे चाहे, झोंपड़ी में वास दे
धन्यवाद निर्विवाद राम राम कहिए
जाहि विधि राखे राम वाही विधि रहिए.......!!
!! आशा एक राम जी से, दूजी आशा छोड़ दे
नाता एक राम जी से ,दूजा नाता तोड़ दे,
साधु संग राम रंग अंग अंग रंगिए
काम रस त्याग प्यारे राम रंग पगिये
जाहि विधि राखे राम वाही विधि रहिए ......
सीताराम सीताराम सीताराम कहिए .....
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