हम तो चले परदेश वो सजनी गज़ल लिरिक्स Hum To Chale Pardesh O Sajni Ghazal Lyrics - LBMUSICENTERTAINMENT.COM

 माना थोड़ी देर हुईँ , मुझको लौट के आनें में 

तुने इतनी जल्दी क्यूँ की , दुनिया नई बसाने में 

सोच रहा हूँ किस्मत की भी , कितनी अजब कहनी हैं 

कल तक तू मेरी थी अपनी , लेकिन अब बेगानी हैं 

उजड़ी हैं मेरे दिल की दुनिया , ऐसी लगी है ठेस ....

 हम तो चले परदेश , ओ सजनी

 हम तो चले परदेश 

तुझको मुबारक तेरी खुशियाँ ,,

फुले फ़ले तेरा देश, हम तो चले परदेश 

हम तो चले परदेश , ओ सजनी 

हम तो चले परदेश  ....


महके तेरे प्यार का गुलशन 

मेरा क्या मै जी लूँगा 

अब तुझको इल्जाम ना दूँगा 

जहर ये हस के पी लूँगा 

मै ही नही इस वक़्त के हाथों .....2 

मै ही नही इस वक़्त के हाथों

जहर सभी लोग पीते हैं 

तन्हा तन्हा इस दुनिया में , और भी कितने जीते हैं 

हम भी बदल जाएँगे जैसे वक़्त ने बदला है 

हम तो चले परदेश ओ सजनी .....

तुझको मुबारक तेरी खुशियाँ ,,

फुले फ़ले तेरा देश, हम तो चले परदेश 

हम तो चले परदेश , ओ सजनी 

हम तो चले परदेश  ....

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