कैसे चुकाऊ इन सासो के मोल रे
जनम देने वाले इतना तो बोल रे .....
जिसमें बसाऊ तुझे दिया है वो मन
तेरी कृपा से मिला मुझको ये तन
तन की खोली आंखे मन की भी खोल रे
जनम देने वाले इतना तो बोल रे
कैसे चुकाऊ इन सासो के मोल रे
जनम देने वाले इतना तो बोल रे .....|
LBMUSICENTERTAINMENT.COM
मद में हमेशा रहा मैं चूर–चूर
मंदिरो से तेरे मैं तो रहा दूर–दूर
नाम भुलाया मैने तेरा अनमोल रे
जनम देने वाले इतना तो बोल रे
कैसे चुकाऊ इन सासो के मोल रे
जनम देने वाले इतना तो बोल रे ....|
मैंने किया ना कोई दान धरम
छल से भरे हैं मेरे सारे करम
किसी से बोली मैंने दो मीठे बोल रे
जनम देने वाले इतना तो बोल रे
कैसे चुकाऊ इन सासो के मोल रे
जनम देने वाले इतना तो बोल रे ..... |
LBMUSICENTERTAINMENT.COM
0 Comments