कुछ बातें हैं कहनी उनसे चाह के भी नहीं कह पाते हैं लिरिक्स / Kuch Baatein Hai song lyrics

 माना हम यहां हैं दिल मगर वहा हैं

बड़ी दूर हमसे हमसफर मेरा हैं

बन के हवा आ भी जाऊ मैं लेकिन

नहीं जानते उसके दिल में हैं क्या

कुछ बातें हैं कहनी उनसे

चाह के भी नहीं कह पाते हैं

जो मेरे दिल में हैं उसके हैं या नहीं

सोच कर हर दफा घबराते हैं

कुछ बातें हैं कहनी उनसे

चाह के भी नहीं कह पाते हैं ....


साथ तेरा हमें हर कदम चहिए 

ज़िन्दगी में हमें सिर्फ़ तुम चाहिएं

इससे ज्यादा हमें कुछ नहीं चहिए

आरजू हैं यहीं मेरे बन जाइए

तुम्हें मानते हैं खुदा से भी ज्यादा

हमारी नज़र से कभी देखना

कुछ बातें हैं कहनी उनसे

चाह के भी नहीं कह पाते हैं 

जो मेरे दिल में हैं उसके हैं या नहीं 

सोच के हर दफा घबराते हैं ....


शाम हो आख़िरी याद हैं आज भी

होके हम तुम जुदा फिर मिले ना कभी

दिल ये कहता रहा रोक लो तुम हमें

तुमने जाते हुए कुछ कहा ही नहीं

आखों में नहीं एक आसू मगर

दिल में कितनी बरसाते हैं 

जा रहें है सनम महफिलों से तेरी

प्यार तेरा यहीं छोड़ जाते हैं

ये दुबारा कभी आखों में ना चुभे

ख़्वाब तेरे सभी तोड़ जाते हैं

कुछ बातें हैं कहनी उनसे

चाह के भी नहीं कह पाते हैं 

जो मेरे दिल में हैं उसके हैं या नहीं 

सोच के हर दफा घबराते हैं  ....

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