कितनी चाहत छुपाए बैठा हूं ये सोचो की मुझको प्यार नहीं लिरिक्स / Kitni Chahat Chupaye Baitha Hu Ye na socho ki mujhko pyar nahi lyrics

कितनी चाहत छुपाए बैठा हूं

ये ना सोचो की मुझको प्यार नहीं

तुम जो आए हों मेरी दुनिया में

अब किसी का भी इंतज़ार नहीं

सारी दुनिया भुलाए बैठा हूं

ये ना सोचो की मुझको प्यार नहीं

कितनी चाहत छुपाए बैठा हूं 

ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं .....  


शोख धड़कन की जवानी तुम हों

अब तो सासो की रवानी तुम हों

जो लिखीं हैं मेरे ख्यालों ने

खूबसूरत वो कहानी तुम हों 

मैं सपने सजाए बैठा हूं  ..2

ये ना कहना की बेकरार नहीं

तुम जो आए हों मेरी दुनिया में

अब किसी का भी इंतज़ार नहीं

सारी दुनिया भुलाए बैठा हूं

ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं .....


चांद तारों की सुहानी राते

कैसे भूलूंगी वो मुलाकाते

कितनी दिलकश हैं कितनी प्यारी हैं

याद आती हैं तुम्हारी बातें

दिल की शम्मा जलाए बैठा हूं ... 2 

अब खुद पे ही इख्तियार नहीं 

तुम जो आए हों मेरी दुनिया में

अब किसी का भी इंतज़ार नहीं

सारी दुनिया भुलाए बैठा हूं

ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं .....

LBMUSICENTERTAINMENT.COM








Post a Comment

0 Comments