नजरिया घुमेला हो नजरिया घुमेला
हरदम भखतन उपरा प्रभु जी के नजरिया घुमेला
जुआ खेलत में पांचों पांडव, गए द्रोपदी हारी
चीर दुसासन खीचन लागा, प्रगट भए बनवारी
चीर दुसासन खीचन लागा, प्रगट भईलन बनवारी... 2
देखब सभवा बिचवा द्रोपदी के चुनरिया घूमेला
चुनरिया घूमेला हों नज़रिया घुमेला .... 2
हरदम भगतन उपरा प्रभु जी के नज़रिया घुमेला....
गज को ग्राह जब खीचन लागा, जल के बिच में धारी
कहें गुरु जी कमल पुष्प पर, प्रगट भईले बनवारी
कहें गुरु जी कमल पुष्प पर, प्रगट भईले बनवारी.... 2
ग्राह गर्दन उपरा प्रभु जी के, चकरिया घुमेला.. 2
हों चकरिया घुमेला हों, चकरिया घुमेला
हरदम भगतन उपरा प्रभु जी के नज़रिया घुमेला....
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