बासुरी बैरन भई काहे हमें दुख देत
हम तो प्यासी रह गई तुम अधर रस लेत
हो मीठी मुस्कान मीठी मुरली की तान है
मीठी जुबान जैसे मिश्री की खान है
मीठी मुस्कान जैसे मिश्री की खान
मेरा मेरा प्यारा श्याम है
प्यारा प्यारा श्याम है
मेरा प्यारा श्याम है....
हो ओ मस्त मगन मीरा मस्तानी
राधा है दीवानी
राह तकत है तेरी मोहन
गोपी सब बेगानी
जलती है बिरहा अग्नि में,
है आंखों में पानी
अब तो दर्शन दे दो हमको
करियों ना मनमानी
मेरा मेरा प्यारा श्याम है
प्यारा प्यारा श्याम है
मेरा प्यारा श्याम है....
मीठी मुस्कान मीठी मुरली की तान हैं..
तेरे बिन मनमोहन हमको
और कछु ना भाए
प्रेम नगर के मन मंदिर में
बस एक तू ही समाए
तेरी प्रीत के कारण हमसे
रूठे अपने पराए
जग जो चाहे रूठे
तुम रूठीयो तो हम मर जाए
मेरा मेरा प्यारा श्याम है
प्यारा प्यारा श्याम है
मेरा प्यारा श्याम है....
मीठी मुस्कान मीठी मुरली की तान हैं..!
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