वीणा वादिनी ज्ञान की देवी
अपनी दया बरसा देना
मेरे सर पे हाथ धरो मां
ज्ञान की ज्योति जगा देना
ज्ञान की ज्योति जगा देना.....
तू सारे संगीत सवारे
रागों में आभास तेरा
साज़ो की आवाज तुझी से
सारे सुरो में बास तेरा
सारे सुरो में बास तेरा
राग रागिनी मेरे सरगम
इनको और खिला देना
मेरे सर पे हाथ धरो मां
ज्ञान की ज्योति जगा देना
ज्ञान की ज्योति जगा देना.......
तेरी कृपा से कला निखरती
रंग खिले तस्वीरों में
तू सतरंगी जीवन करती
रंग भरे तकदीरों में
रंग भरे तकदीरों में..
जग में ऊंचा नाम रहे मां
ऐसी युक्ति लगा देना
मेरे सर पे हाथ धरो मां
ज्ञान की ज्योति जगा देना
ज्ञान की ज्योति जगा देना ......
वीणा वादिनी ज्ञान की देवी
अपनी दया बरसा देना
मेरे सर पे हाथ धरो मां
ज्ञान की ज्योति जगा देना
ज्ञान की ज्योति जगा देना.....
1 Comments
VERY NICE
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