हों रही भागवत गीता
सुन रही राम और सीता ..
यमुना जल की भरी हो गागरी
नहा रहे राम नहवावे सीता
हों रही भागवत गीता ..
पीला पीताम्बर टसरे की धोती
पहन रहे राम पहनावे सीता
हों रही भागवत गीता
हों रही भागवत गीता
सुन रहे राम और सीता ....
सोने की थाली में भोजन परोसा
खा रहे राम खिलावे सीता
हों रही भागवत गीता
हों रही भागवत गीता
सुन रहे राम और सीता ....
सोने के लोटे में दूध रखा हैं
पी रहे राम पिलावे सीता
हों रही भागवत गीता
हों रही भागवत गीता
सुन रहें राम और सीता ....
फूलों की सेज मोतीझालर के तकिए
सोये रहें राम सुलावे सीता
हों रही भागवत गीता
हों रही भागवत गीता
सुन रहे राम और सीता ....
2 Comments
श्री कृष्ण वाणी भगवत गीता की महिमा बहुत अच्छे से आपने भजन के माध्यम से बताई है .
ReplyDeleteबहुत सुंदर
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