कैसी प्रभु तूने कायनात बांधी लिरिक्स: राग मालकौंस Kaisi Prabhu Tune Kaynat bandhi lyrics Raag Malkuns

कैसी प्रभु तूने कायनात बांधी 

एक दिन के पीछे एक रात बांधी 

कैसी प्रभु तूने कायनात बांधी.....


जल के सीने में धरती बिठाई 

जैसे छाई हो दूध पे मलाई 

राग और राग में.... 2

कैसे रिश्तों तूने सौगात बांधी, 

सौगात बांधी, कैसी प्रभु तूने....


कैसी खूबी से बांधे हैं घोड़े 

जाके सूरज के रथ में है जोड़े

चाँद दुल्हा बना लेके रजनी चला..2

संग तारो की तूने बरात बंधी 

बरात बंधी...

कैसी प्रभु तूने कायनात बांधी....


कैसी खूबी से बांधे है मौसम 

सर्दी गर्मी है मंथ (गिरीषम) ग्रीष्म

ये बहारो की जाल, ये है पतझड़ की शान 

हवा बादलों के बीच में बरसात बांधी..

बरसात बांधी......

कैसी प्रभु तूने कायनात बांधी....

LB MUSIC ENTERTAINMENT




Post a Comment

0 Comments