जरा पास बैठो हे बांके बिहारी
पलक में पिरो लू छवि मैं तिहारी
मुलाकात जाने हो फिर कब हमारी
पलक में पिरो लू छवि मैं तिहारी
जरा पास बैठो हे बांके बिहारी..
चरण देख जाऊं या मुखड़ा निया
ये दिल दे दूं पहले की
जा पहले वारु जा पहले वारु
ये कजरारी अखियां ये लटकारी अखियां
पलक में पिरो लू छवि मैं तिहारी
जरा पास बैठो हे बांके बिहारी..
ये सूरत जो राधा के मन में समाई
जिसे देख मीरा महल छोड़ आई
महल छोड़ आई
मैं बलिहारी जाऊं इसपे मुरारी
पलक में पिरो लू छवि मैं तिहारी
जरा पास बैठो हे बांके बिहारी..
कई जन्म बाधे तपस्या के धागे
किसी और संग कान्हा
नेह ना लागे, नेह ना लागे
मेरी ओर देखो हे गिरधारी
पलक में पिरो लू छवि मैं तिहारी
जरा पास बैठो हे बांके बिहारी..

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